Sunday, 22 February 2015

नए वर्ष की सामूहिक चुदाई

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दो-दो चुदक्कड़ लौंडियाँ



हाय, मेरा नाम आकाश सिंह है। रोज की तरह आज भी मैं स्नेहा को चोदने के लिए बेकरार था। स्नेहा मेरी गर्लफ्रेंड है। हम 12वीं क्लास में साथ साथ पढ़ते हैं।

वो बला की खूबसूरत है, उसकी चूचियाँ 36 इन्च की हैं।

मैं अभी अपने सपनों में उसकी मादक छवि का रसपान कर ही रहा था कि तभी रोज की तरह स्नेहा का फोन आया, मैं उसका ही इंतजार कर रहा था।

मैंने फोन उठाया तो स्नेहा की बुआ की लड़की परी बोल रही थी। मैं परी से मिल चुका था, वो बहुत ही सेक्सी किस्म की बिंदास लड़की थी।

उसने मुझसे कहा- क्या यार आकाश… रोज स्नेहा को ही चोदोगे या हमारा भी कभी नंबर आएगा?
इतना सुनते ही मेरा लण्ड तनतना गया।

मैंने कहा- जब कहो जानेमन.. तब चोद दूँ..!

वो बोली- तो आ जाओ आज.. हो जाए.. ‘खाट-कबड्डी’..!

मैंने ‘हाँ’ बोल कर फोन काट दिया।

मैंने सोचा कि साली मजाक कर रही होगी।

जब मैं स्नेहा के घर पहुँचा, तो रोज की तरह पहले फोन किया, उसने खिड़की खोली।
चूँकि सर्दी का महीना था, इसलिए सब जल्दी ही सो गए थे।

मैं जल्दी से अन्दर चला गया।

अन्दर परी और प्रतीक्षा (परी की बहन) अन्दर लेटकर ब्लू-फिल्म देख रही थी और अपनी चूत सहला रही थी। मुझे देखते ही वे मुस्कुराने लगीं।

मैंने प्रतीक्षा से मुखातिब हुआ- अरे तुम भी आई हुई हो..!

तो वो हँसने लगी।

तभी परी बोली- तुम्हें हमारी चूत फाड़ने के बाद ही यहाँ से जाने का मौका मिलेगा।

परी एक नंबर की रंडी थी.. लेकिन है बहुत सेक्सी… उसका नाम लेकर न जाने कितने लौंडे मुठ मारते होंगे..!

मैं बोला- तो ठीक है, एक साथ चुदोगी या एक एक करके..!

परी और स्नेहा तो अपनी टॉप उतारने लगीं, लेकिन प्रतीक्षा शरमा रही थी, शायद ये उसकी पहली चुदाई थी।

यह सोचकर कर मैं और खुश हो गया फिर मैं सीधे प्रतीक्षा के पास गया।

स्नेहा और परी सिर्फ ब्रा और पैंटी में थीं और मुझसे चिपक कर चूमा-चाटी करने लगीं और मेरे कपड़े खींचने लगीं।

वैसे भी ब्लू-फिल्म देखकर उनकी भी चूत गीली हो गई थीं।

मैं प्रतीक्षा के पास पहुँच कर उसके पतले रस भरे होंठों को अपने होंठों से चूमने लगा और एक-एक करके उसके कपड़े उतारने लगा।

दो मिनट में उसको पूरा नंगा कर दिया और बेड के सिरहाने बैठा कर उसके दोनों टाँगें खोल कर उसकी चूत से अपने होंठों को लगा दिया।

उसकी कुंआरी बुर का नमकीन स्वाद और हल्की खुशबू मुझे मदहोश करने लगी।

स्नेहा और परी भी अब सारे कपड़े उतार कर चूत को रगड़ने लगी थीं। किसी की चूत पर एक भी झांट के बाल नहीं थे। तीनों ने ही बाल साफ किए हुए थे।

मुझे बुर चूसते देख कर वे दोनों भी प्रतीक्षा के अगल-बगल बुर चटवाने बैठ गईं। मैं बारी-बारी से तीनों ही की चूत चाटने लगा, उनकी सिसकारियाँ निकल रही थीं और वो एक-दूसरे की चूत सहला रही थीं।

अब मुझसे रहा न गया, मैंने भी अपनी जीप खोलकर अपना 8 इन्च लम्बा लण्ड निकाल कर परी के मुँह में पेल दिया और मुँह में चोदते हुए अपने कपड़े उतारने लगा।

वो ‘सुडुप-सुडुप’ करके मेरा लण्ड अपने मुँह में ले रही थी।

उसके बाद प्रतीक्षा की बारी आई वो मेरे सुपाड़े को मुँह में लेकर जीभ से चाटने लगी। इससे मुझे बहुत मजा आ रहा था।

अब स्नेहा की बारी थी, उसके मुँह में देते हुए मैंने परी के बाल पकड़े और एक तरफ स्नेहा के और दोनों के होंठों को लण्ड के दोनों तरफ लगा कर प्रतीक्षा के मुँह को सामने की तरफ रखकर पेलने लगा, जिससे लण्ड का सुपारा सीधे प्रतीक्षा के मुँह में जा रहा था।

पूरे कमरे में सिर्फ “आह.. उह.. फच्च.. खच्च” की आवाजें ही आ रही थीं.. मस्ती के मारे मैं प्रतीक्षा के मुँह में ही झड़ गया।

उसने मेरा वीर्य तुरन्त ही मेरे लण्ड पर थूक दिया, इससे मेरा लण्ड दम चिपचिपा हो गया। मैंने बिस्तर पर लेट कर परी को इशारा किया।

वो मेरे लण्ड पर बैठ गई और हाथ पकड़कर मेरे लण्ड को चूत में घुसेड़ कर ऊपर-नीचे करने लगी और स्नेहा मेरे मुँह पर चूत रखकर बैठ गई।

मैं उसकी चूत चाटने लगा।

एक हाथ से मैं प्रतीक्षा की चूत में अँगुली करने लगा, वो टांग फैला कर बैठ गई थी।
परी के मुँह से सिर्फ सिसकारियाँ निकल रही थीं।

मैं स्नेहा की चूत चाटने में मस्त था फिर फिर स्नेहा बुर मरवाने लण्ड पर बैठ गई और परी मेरे मुँह पर बैठ गई।

मैं प्रतीक्षा के चूत में अँगुली करता रहा। अब प्रतीक्षा की बारी थी। लेकिन उसका कौमार्य अभी तक सुरक्षित था अतः मैंने आसन बदला। अब प्रतीक्षा का कौमार्य भँग करने के लिए उसे फिर से गर्म करना जरूरी था।

मैंने उसे बिस्तर पर लेटाया, परी और स्नेहा उसके आजू-बाजू होकर उसकी चूचियाँ सहलाने लगीं। मैं उसके ऊपर लेट कर अपनी जीभ उसके मुँह में डाल दी, वो मेरी जीभ को बेतहाशा चूसने लगी।
फिर मैं उसकी चूचियों को मुँह में लेकर उसको और गर्म करने लगा। उसके नरम गुलाबी चूचक चूसने में मजा आ रहा था।

उसके स्तन फिर कड़क हो गए थे।

मैं उसकी नाभि को चूमता हुआ उसकी चूत पर आ गया और चूत के मटर जैसे दाने को चाटने लगा। उसके मुँह से सिसकारियाँ और तेज हो गईं। उसकी चूत से पानी निकल रहा था।

स्नेहा और परी उसके होंठों तथा शरीर को चूमने-चाटने में लगी थीं, गरम लोहे पर हथौड़ा मारने का यही सही मौका था।

मैंने अपने लण्ड का सुपारा उसकी चूत से रगड़ा, तो वो तड़प उठी। अब मैंने हल्का सा दबाव डाला तो वह चिल्ला उठी।

अब उसके एक हाथ को स्नेहा ने और एक हाथ को परी ने पकड़ा। मैं उसके ऊपर आकर उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए, ताकि कोई आवाज ना निकल सके।

फिर मैंने एक हाथ से लण्ड पकड़ कर उसकी चूत पर रगड़ते हुए एक जोरदार ठाप लगाई। मेरा सुपारा एक झटके में अन्दर चला गया, उसने चीखने की कोशिश की, पर होंठ दबे होने के कारण आवाज न निकल सकी।

तभी मैंने एक धक्का और दिया तो पूरा लण्ड उसके कौमार्य को चीरता हुआ पूरा अन्दर समा गया।

इस बार प्रतीक्षा की आँखों में आँसू आ गए, चूत से खून निकलने लगा।

मैं दर्द को सहने के लिए कुछ समय वैसे ही रुका रहा, फिर धीरे धक्के लगाने शुरू किए।

10-15 धक्कों के बाद मैं रुक गया और स्नेहा को गीला कपड़ा लाने को बोला।

फिर अपने लण्ड पर लगे खून को अच्छी तरह साफ करके मैंने प्रतीक्षा की चूत भी पोंछ दी। अब मैं परी से अपना लण्ड चुसवाने लगा और स्नेहा प्रतीक्षा की चूत चाटने लगी।

एक बार फिर प्रतीक्षा गरम हो गई। अब मैंने लण्ड एक बार फिर उसकी चूत में डाल दी। इस बार वो गाँड उचका कर मेरा साथ देने लगी।

लगभग 20 मिनट की जबरदस्त चुदाई के बाद उसका बदन अकड़ने लगा, मैं समझ गया वो झड़ने वाली है और वो कुछ ही पलों में झड़ गई।

कुछ देर बाद मैं भी उसकी चूत में ही झड़ गया।

एकदम मस्त चुदाई के बाद हम वैसे ही शिथिल पड़े रहे।

फिर हमें नींद आने लगी, पर नींद कहाँ से आती, दो-दो चुदक्कड़ लौंडियाँ स्नेहा और परी ने मिलकर मेरी गांड का पसीना निकाल दिया। छिनालों ने मेरा बलात्कार करने के लिए रम की बोतल निकाली और मुझे नीट दारु पिलाई और खुद भी डकार गईं।

दारु पीने के बाद परी ने मुझे एक सिगरेट जला कर दी और खुद भी एक सिगरेट पीने लगी और मुझसे बोली- लगा ले सुट्टा और मेरी चूत पर चढ़ जा हरामी..!

मैंने भी मदहोशी के आलम में उन दोनों मस्त चूतों को खूब चोदा और झड़ कर वहीं निढाल होकर गिर गया। कब सो गया मुझे मालूम ही नहीं चला।

Sunday, 7 September 2014

शादी की पहली रात



हेल्लो दोस्तों


मै अपनी एक नई कहानी के साथ आपका स्वागत करती हूँ |
मेरा नाम आस्था है, मेरी शादी हो चुकी है | मेरे पति का नाम राज है, देखने में बहूत ही सेक्सी है, उसका लंड उस से कही जयादा सेक्सी है, उसको देखकर कोई भी लड़की उसकी दीवानी हो जाती थी| शादी के पहले दिन की बात है | मै और मेरा पति कमरे में दोनों ही थे, सबी घरवाले सो चुके थे | मेरा पति मुझे प्यासी निगाहों से देख रहा था, और धीरे धीरे से मेरे करीब आया | और प्यार से उसने मेरे होंटो पर चूमी की, जिससे मेरे पुरे बदन में आग सी लग गयी | और मैं भी अपने पति को उसकी की तरह प्यासी निगाहों से देखने लगी जिस से हम दोनों एक दुसरे की और आने लगे | देखते ही देखते हम एक दुसरे की बाहो में आ गये | तब मेरे पति ने मुझे मेरा सेक्सी बदन नंगा करने को बोला, मुझे शर्म भी आ रही थी, मेरे पति बोले जान किस बात से शर्मा रही हो, अब्ब तो तुम मेरी हो चुकी हो| मेरा पति मेरे पास आया और उसने मेरे होंटो पर अपने होंट रख दिए और मेरी कमीज़ उतारने लगा, अब हम दोनों एक दुसरे के बदन में समाने के लिए उत्सक थे | कमीज़ उतरने के बाद मेरा पति मेरी चुचिया को देख कर खुश होया और बोला या अल्ला ऐसा बदन मैंने कबी पहले नहीं देखा क्या सेक्सी बदन है | जान अब्ब मैं तुम्हारे बिन एक पल भी नही रह सकता यह कहते होए वह मेरे होंटो को चूमने लगा और मेरे बदन से सबी कपडे अलग कर दिए | मेरा इतना सेक्सी बदन किसी को भी बेहोश कर देने वाला था, बड़े बड़े मुमे किसी भी इन्सान को बेहोश कर देने वाले थे, जिनको देखकर मेरा पति इतना खुश था जैसे कोई बचा किसी खिलोने को पाकर | मेरे पति ने भी अपने पुरे कपडे उतार दिए और मेरे मुमे को अपनी जीब से चाटने लगा | अब्ब हम दोनों की सांसे तेज होने लगी | और एक दुसरे को अच्छी तरह से लिपटने लगे | मेरे से भी अब्ब सहन नही हो पा रहा था | राज पूरी तरह से मस्ती कर रहा था मेरे बदन पर फिर उसने मेरे पेट पर चूमा लिया और धीरे धीरे से निचे की और जाने लगा और अपनी जीब मेरे बदन पर फेरने लगा जिससे मेरी तड़प और बढ़ने लगी | मेरे पति ने मेरी दोनों टांगो को खुला किया और मेरी चूत अपनी जीब से सहलाने लगा, मेरे मुख से आहें निकल रही थी | उसने अपनी जीब को मेरी चूत के अन्दर डालने की कोसिस की मगर चूत टाईट थी | मेरा बदन पूरी तरह से अकड़ने लगा, मेरा पति बोला मेरी जान अभी तो मैंने कुछ किया भी नही जैसे आप तड़प रही हो | अभी तो सिर्फ मैं आपको प्यार कर रहा हूँ, जब मैं तुम्हारी चुदाई करूंगा तो कितना मज़ा आएगा | मैंने भी उसकी हा में हा मिलाते हुए कहा हां जान मैं खुश हूँ कि मुजे आप जैसा सेक्सी पति मिला जो मेरे इस सेक्सी बदन को शांत कर सकता | मेरे पति ने अपनी एक ऊँगली मेरी चूत में दाल दी जिस से मुझे कुछ दर्द महसूस हुआ, और मज़ा भी आ रहा था, वह कबी ऊँगली को अन्दर करता और कभी बाहर निकालता उसके ऐसे करने से मेरी चूत ने अपना पानी छोड़ दिया | तब मेरे पति ने अपना लंड मेरे मुह में डाल दिया और मैं उसे बड़े मजे से चूसने लगी, मेरी चूत भी लंड लेने के लिए तड़पने लगी | एह मेरे मुमे बड़े मजे के साथ मसल रहा था | हम दोनों अब्ब पूरी तरह से गरम हो चुके थे | उसने अपना लंड मेरे मुह से निकाला और चूत के ऊपर रख दिया, और हलके हलके से लुंड को चूत के ऊपर फेरने लगा, मेरे से अब्ब रहा नही जा रहा था, अब तो लंड के चूत अन्दर जाने का इंतज़ार था, मेरा बदन फिर से पूरी तरह अकड़ने लगा था, तब उसने लुंड को मेरी चूत में डालने की कोसिस की मगर चूत तंग थी और लुंड को अन्दर जाने में काफी मुस्किल हो रही थी| उसने अपने लंड पर सरसों का तेल लगाया और लंड को चूत में धकेलने लगा | फिर उसने मेरी टांगो को अपने कंधो पर रख दिया और लंड को चूत में डालने लगा, मुझे दर्द महसूस हो रहा था, लेकिन मेरे पति ने पहले ही मेरे होंटो को अपने होंटो में ले लिया और लुंड को चूत पर रख कर जोर से धक्का दिया और आधा लुंड मेरी चूत में घुस गया में दर्द से चिलाने लगी, प्लीज मुझे छोड़ दो बहूत दर्द हो रहा है, राज बोले मेरी जान इतना सा ता तुजे झेलना पड़ेगा अगर लंड को जिन्दगी भर के लिए पाना चाहती हो, फिर उसने मेरे मूमो को चूमने चाटने का सिलसिला ज़ारी किया और लंड को चूत में आराम करने के लिए रख दिया, धीरे धीरे मेरा दर्द कम होने लगा, मेरे पति ने देखा कि अब्ब मैं शांत हू, उसने मुझे वालो से पकड़ा और लंड को फिर से मेरे चूत में जोर से धक्का दिया अब्ब तो मेरी दर्द से चीखे निकल गयी और दर्द से बेहोश हो रही थी | राज ने कहा मेरी जान मुझे भी दर्द हो रहा है, शांत हो जाओ कुछ देर में तुमे भी मज़ा आने लगेगा, मेरी आँखों से पानी टपक रहा था, मगर राज मुझे कहाँ छोड़ने वाला था | उसने फिर से अपने लंड को मेरे चूत में जोर से धकेलने लगा और मुझे प्यार करने लगा मगर मेरा दर्द और भी बड रहा था | राज ने जोर जोर से लंड को अन्दर बहार करना शुरू किया जिससे मुझे कुछ मजा आने लगा, मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया, राज का लंड अब्ब आसानी से अन्दर जाने लगा और कुछ ही देर में उसने भी पानी छोड़ दिया और मेरे ऊपर ही लेट गया मुझे दर्द से कुछ राहत मिली, जब राज ने अपना लंड बहार निकाला तो देखा वह खून से लाल था | मेरे लिए वह रात मेरी जिन्दगी की पहली रात थी | उस दिन के बाद मैंने हर रात अपने राज के लंड के साथ गुजारी |

Wednesday, 25 June 2014

गर्ल्स के लिए सेक्स टिप्स

         कपल्स का एकांत में बिताया गया वक्त काफी अपनेपन और प्यार से भरा होता है। दोनों के बीच के रिश्ते को मजबूत करने वाली आत्मीयता का ही एक रूप है सेक्स। इस बात को जहन में रखते हुए, उन पलों में इन मूव्स को अपनाइए और भावनाओं को उबाल लेने दीजिए: 

1. जब आप उन्हें किस करें, तो उनकी टंग को लिक और सक करें ताकि वह अपनी भावनाओं पर काबू न रख सकें। जितनी ज्यादा देर तक आप दोनों किस करेंगे, नतीजा उतना ही अच्छा रहेगा। 

2. उन खास लम्हों के बीच अपने नाखून अपने पार्टनर के बट्स पर गड़ा दें और अपनी तरफ पुल करें। अपनी लेग्स से उनके बट्स के अराउंड घेरा बनाकर कस लें। इससे उन्हें अहसास होगा कि आप उन्हें अपने और करीब लाना चाहती हैं।

3. उन्हें बेड या फ्लोर पर पालथी मारकर बिठाएं और फिर उन्हें हग करते हुए उनकी गोद में बैठ जाएं। अपनी लेग्स को उनकी पीठ के पीछे लपेट दें और झूलते रहें। इस तरह से आपके शरीर एक दूसरे बहुत करीब होंगे। इस दौरान उन्हें लिप्स, फेस और नेक पर किस करती रहें। 

4. जैसे ही नजदीकियां बढ़ जाएं, उनसे कहें कि एक बार वह आपको टेस्ट तो करके देखें। जब उनकी जबान आपके बदन पर घूम रही होगी, तब आप खुद को सातवें आसमान पर महसूस करेंगी। 

5. अपने पार्टनर को लिटाएं और फिर आप उनके ऊपर इस तरह से लेटें की आपका फेस ऊपर की तरफ हो। इस दौरान उनको टीज़ करती रहें और फिर देखिए क्या होता है। 

6. अपने पार्टनर को चेयर पर बिठाएं और कहें कि वह आपको बिल्कुल न छुएं। बस उन्हें देखने दीजिए और आप अपनी हॉटनेस से टीज़ करती रहिए। उन्हें अपनी अदाओं से दीवाना बना दें।

सेक्स गुरु केजिया से जानें खास टिप्स


              बिस्तर पर अपनी पार्टनर के साथ कैसे पेश आना है, यह भी एक कला है। सब जानते हैं कि जो इस कला में माहिर नहीं हैं, उन्हें क्या-क्या झेलना पड़ता है। ऐसे लोगों को ही रास्ता दिखाती हैं एक खूबसूरत सेक्स गुरु केजिया नोबेल। केजिया मर्दों को सिखाती हैं कि कैसे किसी लड़की को बेड तक लाना है और बेड पर कैसे उसके साथ पेश आना है।खुद एक ग्लैमरस लड़की के तौर पर प्रतिष्ठित केजिया सेड्यूस करने की अपनी तकनीकों को जाहिर करते वक्त बिलकुल नहीं झिझकतीं। वह यह भी नहीं मानती हैं कि सेक्स की बुद्धि देने के बदले मर्दों से 4 हजार पाउंड वसूलकर वह उनकी धुलाई कर रही है। शायद तभी उनके कोर्स उन्हें करोड़पति बना चुके हैं। अलबत्ता केजिया कहती हैं, मर्दों को सेक्स के तौर तरीके सिखाकर वह पुरुषों की कम और महिलाओं की ज्यादा मदद कर रही हैं। इससे महिलाओं को ज्यादा सुख और खुशी मिलती है।

         केजिया के मुताबिक, उनके तौर तरीके सेक्स के मामले में भोंदू पुरुषों को चार्मिंग प्रिंस बना देते हैं। महिलाओं की नाराजगी के सवाल पर वह बेबाकी से कहती हैं, मुझे इसकी परवाह नहीं। मैं उन्हें मजबूर नहीं कर रही कि वे मेरे पास आएं और इतने पैसे दें। अलबत्ता सच्चाई यह है कि वे अंदर से डेस्परेट हैं, इसलिए चलकर मेरे पास आते हैं। मैं तो उनकी मदद कर रही हूं। अगर उन्हें समझ नहीं आ रहा कि बिस्तर पर कैसे वह महिला को खुश करें, तो मैं उन्हें बस बता रही हूं। इसमें किसी के नाराज होने की गुंजाइश ही कहां हैं। मैं उन्हें बता रही हूं कि उनमें इतना दम है कि बिस्तर पर खुश करना तो दूर, वह चाहें तो किसी भी महिला को अपने बिस्तर पर आने के लिए विवश कर सकते हैं। उन्हें अपने इस अट्रेक्शन को बस समझना और पहचानना है। हां इतना जरूर है कि मैं सिर्फ सेक्स नहीं सिखाती, रिश्तों में बने रहना सिखाती हूं।

         ब्रिटेन की केजिया के 80 फीसदी क्लाइंट 27 से 35 की उम्र के हैं। वे अपने दोस्तों को शादी करके एंजॉय करते और सैटल होते देखते हैं तो उन्हें अपनी कमजोरियों से निपटने की जरूरत महसूस होती है। केजिया के मुताबिक, उनके पास ऐसे लोग आते हैं जो डेट शुरू होने के 10 साल बाद तक अपनी पार्टनर के साथ सेक्स नहीं कर पाते। यूके की एकमात्र महिला सेक्स गुरु केजिया ने अब तक 7000 लोगों की मदद की है। पैसे की अब उनके पास कोई कमी नहीं। मजे की बात यह कि अब तक केजिया खुद सिंगल हैं। वह केवल सेक्स के लिए महिला को आकर्षित करना ही नहीं सिखातीं, अपने क्लाइंट की पर्सनैलिटी और कॉन्फिडेंस भी चमका देती हैं।

क्या मायने रखता है:
केजिया कहती हैं, महिला पर विजय पाने के लिए सिर्फ कॉन्फिडेंस और केमिस्ट्री होना जरूरी नहीं होता। सबसे जरूरी है कि ऐसी पर्सनैलिटी जो अट्रैक्ट करे। इसमें कपड़े, बाल और स्टाइल के साथ साथ कैसे पोस्चर में बात करनी है, यह तक मायने रखता है। इसके बाद बारी आती है अंदरूनी विश्वास की। ज्यादातर लोग बार और क्लब्स तक ही सीमित रहते हैं जबकि परफेक्ट मैच कॉफी शॉप, पार्क, म्यूजियम और कहीं और भी मिल सकती है। क्यों महिलाएं बैड बॉयज को पसंद करने लगती हैं, इसके पीछे के कारण जानकर भी बॉयज फायदा उठा सकते हैं। गरीब हो या अमीर, केजिया की क्लास में ऐसा बहुत कुछ होता है जिसका फायदा उठाया जा सकता है।

लव लाइफ बदलने के केजिया के मंत्र:

- अपने लुक को चेक करें। यह स्टाइलिश और महिलाओं को पसंद आने लायक होना चाहिए। अपने बालों का स्टाइल, पर्सनैलिटी ओर कपड़ों को बदल डालें।

- यह मत समझिए कि क्लब या बार में ही परफेक्ट साथी मिलेगा। हर जगह अपनी आंखें खुली रखें।

- खुलकर पूछो और जैसे हो वैसे ही रहो। यानी यहां मामला ईमानदारी का है। छुपाना और बुरा करना काम नहीं आता।

- बुरे लड़कों से सीखो। वह हमेशा उपलब्ध नहीं होता। उसके बारे में सब पहले से पता नहीं होता। और तो और, लड़कियों से रिश्ते की शुरुआत में वह दूसरों से भी काम ले लेता है। यानी वह अपनी जिंदगी की वेल्यू समझता है और उसके पास देने को बहुत कुछ है।

- उसकी नजरों पर नजर रखो। यह समझो कि वह आपकी किस चीज पर ज्यादा अट्रैक्ट होती है। क्या वह आंखों से मुंह के बीच देखती है? अगर कहीं और देखती है तो समझो वह आपकी तरफ अट्रैक्ट नहीं हो रही। लेकिन अगर वह आपकी आंखों में झांकती है तो समझिए आपकी बात बन सकती है।

- बॉडी लैग्वेज बहुत मायने रखती है। इसे अट्रैक्टिव होना चाहिए। ढीले ढाले लोग कम ही पसंद किए जाते हैं।

गर्भधारण के लिए कैसे करें सेक्‍स

                 पति-पत्‍नी के बीच यौन संबंध का एक लक्ष्‍य माता-पिता बनना भी होता है। वात्‍सयायन के कामसूत्र में संभोग की स्थितियों यानी पोजीशंस के बारे में बताया गया है। इसी में ऐसी पोजीशन भी बताई गई हैं, जिनमें संभोग करने से गभीधारण आसान हो जाता है। आज हम आपको कुछ पोजीशंस बताएंगे, जो गर्भधारण में सहायक होती हैं। साथ ही हम आपको कुछ टिप्‍स भी देंगे- गर्भधारण के लिए दो पोजीशन में सेक्‍स करना फलदायक रहता है- मिशनरी पोजीशन: इस स्थिति में संभोग के समय पुरुष ऊपर की ओर होता है। इस पोजीशन में संभोग करने से पुरुष का वीर्य सीधे स्‍त्री के गर्भाशय तक सीधा पहुंचता है। पुरुष के ऊपर रहने से गर्भधारण आसान हो जाता है। इसके विपरीत यदि स्‍त्री ऊपर की ओर रहती है, तो गर्भधारण की संभावनाएं काफी कम हो जाती हैं। हैंड एण्‍ड नी पोजीशन (डॉगी स्‍टाइल): इस पोजीशन में स्‍त्री घुटनों और हाथ के बल लेट जाती है और पुरुष पीछे की ओर से संभोग करता है। ऐसी स्थिति में वीर्य आसानी से महिला के गर्भाशय तक आसानी से पहुंचता है। कुछ देर आराम करेंयदि आप गर्भधारण करना चाहती हैं, तो उपर्युक्‍त दोनों पोजीशंस पर संभोग करने के बाद कुछ देर आराम करें। बेड पर कूदें नहीं। चाहे जितने जरूरी काम क्‍यों न हों, संभोग के तुरंत बाद बिस्‍तर से उठने की जरूरत नहीं। यदि आपने मिशनरी पोजीशन में सेक्‍स किया है, तो संभोग करते समय या फिर संभोग के बाद स्‍त्री अपनी कमर के नीचे तकिया लगा लें, ताकि वीर्य गुरुत्‍वाकर्षण बल के जरिए नीचे की ओर आसानी से पहुंच सके। यदि संभोग के समय ही तकिया लगा लिया है तो अच्‍छा रहता है। ऐसे में कम से कम आधे घंटे तक स्‍त्री को शांतिपूर्वक लेटे रहना चाहिए। कुछ लोग मानते हैं कि संभोग के बाद यदि स्‍त्री पीठ के बल लेटकर अपने पैर ऊपर कर के थोड़ी देर लेटी रहे तो गर्भधारण की संभावना बढ़ जाती है। ऐसा करना फलदायक हो सकता है। हालांकि यह बात अभी तक सिद्ध नहीं हुआ है। कौन स समय सही कुछ लोगों का मानना है कि दिन के समय सेक्‍स करने गर्भधारण की संभावना अधिक रहती है। इसके पीछे उनका तर्क यह होता है कि रात्रि की तुलना में दिन में वीर्य में शुक्राणु की संख्‍या अधिक होती है। वहीं हाल ही में हुए एक शोध में पता चला है कि गर्भधारण के लिए सेक्‍स का सही समय शाम पांच से सात बजे के बीच का होता है। इस दौरान वीर्य में शुक्राणु की संख्‍या करीब 35 प्रतिशत तक ज्‍यादा होती है। शाम का यह समय ऐसा होता है, जब महिला के अंडाशय ज्‍यादा जल्‍दी क्रिया करते हैं। हालांकि यहां स्‍त्री को मासिक धर्म का ध्‍यान रखें। इन पोजीशन में न करें सेक्‍स यदि आप गर्भधारण चाहती हैं, तो इन बातों को जरूर ध्‍यान रखें, जो आपको नहीं करनी हैं। पहली यह कि संभोग के दौरान महिला ऊपर नहीं हो। ऐसे में शुक्राणु सर्विक्‍स के पास जमा हो जाते हैं। और थोड़ी ही देर में वापस लौट आते हैं, जिस कारण वो अंडाशय तक पहुंच नहीं पाते। इसके अलावा बैठकर, बगल में लेटकर और खड़े होकर सेक्‍स नहीं करें। इन सभी स्थितियों में शुक्राणुओं के गर्भाशय के पास जमा होने की संभावना ज्‍यादा होती है। हां कई बार वीर्य के निकलते समय शुक्राणु की गति अधिक होती है और ज्‍यादा संवेग होने के कारण शुक्राणु अपने लक्ष्‍य तक पहुंच जाते हैं और गर्भधारण हो जाता है।गर्भ धारण के समय दोनों का स्खलन होना भी बहुत जरूरी है |

Sunday, 22 June 2014

कार में चुद गई ऊँगली से


      नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम राज है| मेरी आयु 26 वर्ष है, में दिखने में स्लिम हूँ| मेरी दोस्त सपना और मैं बहुत बार चुदाई कर चुके हैं| मेरी दोस्त को भी चुदाई करवाने का बहुत शौक है| उसका बदन बहुत सेक्सी है, और उसकी आँखों में भी सेक्स की मदहोशी हर समय रहती है | हमारी दोस्ती एक ऐसे कपल से हुई जिनकी नयी नयी शादी हुई थी| वो हमारे साथ मिल कर ग्रुप चुदाई का मज़ा लेना चाहते थे| जैसे ही उनकी बात मुझ से हुई यो मैंने अपनी दोस्त सपना को बतया, तो वो बहुत खुश हुई, और वो भी ऐसे मिल कर चुदाई करवाने को सोच कर कर बहुत खुश हुई, और उसने झट हाँ  कर दी| हमने उनसे फोन पे बात की और उसके बाद, मिलने का समय तय हो गया | तय समय के अनुसार वो हमें बताई जगह पर आ गए और हम सब कार में सवार होकर मनाली की और चल पड़े | उनका नाम राजेश और नीलम था| राजेश कार चला रहा था और में उसके साथ आगे वाली सीट पे बैठा था, पीछे सपना और नीलम दोनों बैठी बातें कर रही थीं| कुछ ही देर में हम पूरी तरह घुल मिल गए और सेक्सी बातें करने लगे| नेलं और राजेश भी पूरी तरह खुले हुए और खुले विचार रखने वाले लोग थे|इधर हम भी कौन से कम थे, सपना को भी उनके साथ सेक्सी बातें करने में बहुत मज़ा आ रहा था| तभी नीलम बोली ‘ अरे सपना साली तू बता, तुझे कैसे चुदवाने में मज़ा आता है’
सपना: मुझे तो बस लड़कों के लंड से टपक रहा रस अपनी चूत में डलवाना पसंद है और अपने बूब्स किओ चुस्वाना बहुत पसंद है |
नीलम: अरे मुझे तो लड़कों के लंड चुसना जियादा पसंद है, दिल करता है एक साथ दो दो लंडों से खेलूं और , मेरा सपना है की मेरे शरीरी के हर अंग पे लंड हो|
तभी मैं बोला: कोई बात नहीं साली, आज तुम्हारा ये सपना भी पूरा कर देंगे, क्यों सपना डार्लिंग|
सपना: हा जानू, आज नीलम की चूत और गांड फाड़ देना, और इहे भी पता चले की मेरी जान का लंड कैसा है|
राजेश:  कोई बात नहीं सपना, जब मेने तेरी चूत में लंड डाला तो तुझे पता चलेगा कि नीलम कितना बड़ा अंदर लेती है |
हम ऐसे ही सेक्सी अंदाज़ में बातें करते हुए जा रहे थे, रास्ते में हमने नाश्ता करने के लिए एक जगह पे गाडी रोकी और, फिर आगे चल पड़े, अब हम रास्ता पहाड़ी था, इस लिए मैं फिर गाडी के आगे ही बैठा रहा, सपना ने मुझे इशारा किया की आप पीछे आ जाओ, तो मेने राजेश को इशारा किया, और फिर मैं भी पिछली सीट पर आ गया सपना ने मुझे दोनों के बीच में कर लिया, और मैं सपना को किस करने लगा, राजेश भी शीशे में से सब कुछ देख रहा था, तभी नीलम ने पिक पीछे से मेरी पीठ पर हाथ फिरना शुरू कर दिया| इधर सपना के होंठों को मैं अपने होंठों में लेकर चूस रहा था, और सपना भी बहुत मस्त होकर अपने होंठ चुसवा रही थी, एक हाथ मेने सपना के बूब्स पर रखा हुआ था, और दूसरा हाथ मैं उसकी पीठ पर फिर रहा था| इधर नीलम भी हमें किस करते देख उतेजित होने लगी थी, नीलम ने मेरी कमीज़ के अन्दर हाथ डाल कर मेरी पीठ को सहलाना शुरू किया तो सपना ने मुझे आंख मार कर इशारा किया, जब मैंने पीछे घूम कर देखा, तो नीलम ने अपनी कमीज़ को ऊपर उठाया हुआ था, और एक हाथ मेरी पीठ पर था और दुसरे हाथ से अपने निपल्स को मसल रह थी| मैंने सपना को छोड़ा और नीलम के निपल पर किस करने लगा, अब मैं पूरी तरह नीलम के निपल्स को बरी बारी से चूस रहा था, और नीलम भी मेरा साथ दे रही थी| नीलम बहुत उतेजित होकर अपने निपल्स चुसवा रही थी, नीलम की चूचियां हैं भी बहुत मस्त थी| मेने एक उंगली नीलम की पैंटी में डाल कर उसकी चूत में डाल दी और नीलम की चूत बिलकुल गीली हो चुकी और चुदने के लिए तदप रही थी| हमारा रास्ता लम्बा था, और दिन भर गाडी पे चलते ही आ रहे थे, और सेक्सी बातें करके मन भी मचल उठा था, और इस वकत रात हो चुकी थी, और पहाड़ी इलाका होने की वजह से राजेश कार को बहुत स्लो स्पीड से चला रहा था| सपना मेरा साथ देने लगी, सपना ने नीलम की कमीज़ को ऊपर कर दिया, और सपना खुद भी नीलम के बूब्स को सहलाने लगी| नीलम बहुत तडप रही थी, चुदाई का भूत उस के सर पर सवार हो चूका था| सपना बोली, ले साली चुदवा ले मेरे लौड़े से, चख ले इसका भी रस| उधर राजेश ने गाडी एक साइड पर कड़ी कर दी, रास्ता बहुत सुनसान था, जंगल सा था, ऊपर से रात का अँधेरा हो चूका था, प्रंतु हम तो सभी चुदाई की वासना में जल रहे थे, हमें तो सुनसान जगह ही चाहिए थी| राजेश भी हमारी साइड आ गया, और उसने आगे वाली सीटों को फोल्ड कर दिया, और सपना के बूब्स पकड लिए, राजेश का हाथ सपना की बरा में था, और मैं अपनी उँगलियों से नीलम को छोड़ रहा था, सपना ने मेरा लौदा नंगा कर दिया था,  राजेश ने, सपना की पैंटी तक उतार डाली थी, और सपना की चूत बिलकुल नंगी हो चुकी थी| नंगी चूत को राजेश ने अपने होंठों में ले लिया, और अब सपना का मुह हमारा तरफ था, और राजेश उसकी चूत चूस रहा था, सपना भी मज़े से अपनी चूत चुदवा रही थी| मेरा खड़ा लौड़ा अपना को चूसने के इशारा कर रहा था, सपना ने आगे बाद कर मेरा लौदा अपने मुहं में ले लिया, अब सपना दो मर्दों से कामुक खेल खेल रही थी, मेरा लंड सपना के मुह में था और उधर राजेश भी अपना लंड निकाल कर नीलम की तरफ बडाने लगा, और नीलम ने भी राजेश का लंड अपने मुहं में ले लिया| अब मैं, नीलम की चूत चाट रहा था और उसमे उंगली कर रहा था, और नीलम राजेश का लंड चूस रही थी, राजेश सपना की चोट चाट रहा था और सपना मेरा लंड चूस रही थी| हम सभी को बहुत मज़ा आ रहा था, इधर नीलम इतना उतेजित हो चुकी थी, की उसके मुहं से सीकियाँ निकलने लगी, ‘ऊऊ हहा आह्ह ..... चोदो.....सालो......आ अ आह्ह्ह ह्हह्ह्हाह्हा ......उई डा....ल..लल्ल. दे... अब डाल...आह्ह ‘ मैंने अंदाजा ला लिया था, की नीलम अब लंड मांग रही  है, परन्तु कार में जगह कम होने की वजह से इतनी ज़ल्दी सपना के मुंह से लंड निकाल कर नीलम की चूत में डालने का वकत नहीं था, मैंने, उसकी चूत को मुह में लिया, और दो उँगलियाँ एक साथ उसकी चूत में डाल कर जोर जोर से छोड़ने लगा, नीलम बहुत मस्त हो चुकी थी, उसने मुझे कस कर पकड़ लिया, और अपनी चूत की गांड उठा उठा कर चुदवाने लगी| उधर मेरी दोस्त सपना का भी यही हाल था, सपना की चूत में राजेश ने उँगलियाँ डाली हुई थीं, और राजेश का लंड नीलम अपने मुहं में लेकर बहुत मस्ती से चूस रही थी, और इधर सपना मेरे लंड को जोर जोर से हाथ से हिला हिला कर चूसने लगी| सपना मुझे इशारा कर रही थी, वो मेरे लंड का रस अपने मुहं में निल्वाना चाहती थी, इधर नीलम  की जोर से एक चीख निकली और साथ ही साथ उसकी चूत से पानी टपकना शुरू हो गया, ये सीन देखकर मेरे लंड ने भी अप[नि धार सपना के मुह के ऊपर छोड़ दी, सपना तो बस कामुकता में मस्त होकर, बहुत मस्ती से चूस रही थी| मेरा सारा पानी सपना पी रही थी| उधर नीलम की चूत का रस लगातार बह रहा था, इतने में मेने देखा की राजेश के लंड से भी रस टपक रहा था, और उसका वीर्य नीलम अपने मुहं में डलवा रही थी| मेरा लंड अभी भी पानी निकाल रहा था| हम सभी का पानी टपकता देखकर सपना की चूत भी रह न सकी, उसने भी अपना मॉल निकाल दिया| अब सपना झड रही थी| सपना को भी बहुत मज़ा आ रहा था| कार में हमारी चुदाई की आवाजें ही आ रहीं थीं| हम सभी झड चुके थे, और हमारी साँसे जोर जोर से चल रही थी, सपना ने उठते हुए ही मुझे एक किस की और अपने बाल ठिक किया| नीलम, राजेश और मेने भी अपने आप को ठीक किया, और कार से बाहर निकल कर बाहर का नज़ारा देखने लगे| सपना ने मेरे कंधे पे अपना सर रखा हुआ था, हम पहाड़ी के ऊपर खड़े होकर नीचेको देख रहे थे| रात के करीब 11 बजने वाले थे, रास्ता पूरा सुनसान हो चूका था, कोई कोई गाड़ी कभी आ रही थी, हमने गाडी बैक की और फिर रास्ते पे डाल ली, और मनाली पहुँच कर एक होटल में रुक गए|
दोस्तों आगे होटल में क्या हुया, और हमने कैसे मज़े किये ये सभ में अपनी अगली कहानी में बताऊंगा| आपको मेरी कहानी कैसी लगी, और आगे क्या हुआ ये जानने के लिए मेरी दोस्त सपना की मेल पे मेल करो
आपका दोस्त
राज

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